नाटक ‘कन्यादान’ को प्रथम, रश्मिरथि को द्वितीय पुरस्कार

देश के कोने-कोने से आये कलाकार पुरस्कार पाकर हुए गद्गद

गिरिडीह: कला संगम के तत्वाधान में मोती सिनेमा हॉल में आयोजित तीन दिवसीय स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति 17वां अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, लोकनृत्य, शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता का शुक्रवार की देर रात पुरस्कार वितरण के साथ समापन हो गया। प्रतियोगिता में देश के कोने-कोने से कलाकार आये थे। मणिपुर, आसाम, ओड़िसा, कोलकाता, इंदौर-मध्यप्रदेश, जमशेदपुर, धनबाद, कुल्टी आदि जगहों के कलाकारों ने महोत्सव में अपनी-अपनी कला का लोहा मनवाया, जिन्हें शील्ड, नगद व प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार वितरण मुख्य प्रायोजक सलूजा गोल्ड के डायरेक्टर सतविंदर सिंह सलूजा, संरक्षक राजेंद्र बगेड़िया, अरविंद कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार सिंह, सचिव सतीश कुंदन, उपाध्यक्ष अजय सिन्हा मंटू, संयोजक अंजनी सिन्हा, कोषाध्यक्ष विनय बक्शी, संगठन सचिव शिवेंद्र सिन्हा तथा जज के निर्णायक अशोक मानव, संजीव परिहस्त, सुभाष पुष्कर, गिरधर राय आदि ने किया। नाटकों में प्रथम ‘कन्यादान’ जमशेदपुर (पथ), द्वितीय ‘रश्मिरथि’ इंदौर (प्रयास डांस समिति), तृतीय ‘सम्भवः’ कोलकाता (बांग्लार सिंचन), चतुर्थ ‘अजब हनरी’ कोलकाता (एशो नाटक शिखी) तथा अध्यक्षीय पुरस्कार ‘समाज का ऑपरेशन’ कुल्टी को दिया गया। निर्देशकों में प्रथम निजाम (कन्यादान), द्वितीय राघव (रश्मिरथि) व तृतीय योगराज चौधरी (सम्भवः) को दिया गया। लेखकों में प्रथम योगराज चौधरी, द्वितीय डॉ तापस दास (अजब हनरी) व तृतीय महेश अमन (मन से) गिरिडीह को दिया गया। मंच सज्जा में प्रथम डॉ तापस दास, द्वितीय निजाम व तृतीय बी के लाल (परिवर्तन), जमशेदपुर को दिया गया। अभिनेता का प्रथम पुरस्कार निजाम (कन्यादान), द्वितीय पलास पॉल (सम्भवः) व तृतीय जॉ नेसार अख्तर (समाज का ऑपरेशन), अभिनेत्री में प्रथम गीता कुमारी (कन्यादान), द्वितीय मरिसी चौधरी (अजब हनरी) व तृतीय संगीता राज (अगर यही रफ्तार रही तो) को मिला। सह अभिनेता में प्रथम राघव, द्वितीय योगराज चौधरी व तृतीय घनश्याम कुमार (परिवर्तन), सह अभिनेत्री में प्रथम छवि दास (कन्यादान), द्वितीय बच्चा ली हुई औरत (सम्भवः) व तृतीय मौसी (परिवर्तन), बाल कलाकार में सम्भवः का बच्चा, द्वितीय आसू (अजब हनरी) व तृतीय प्रगति वर्मा (मन से) को मिला। ध्वनि में प्रथम आकांक्षा गुप्ता (कन्यादान), द्वितीय नागेन दत्ता (सम्भवः) व तृतीय सुमन डे (अजब हनरी), रूप सज्जा में प्रथम राघव, द्वितीय पलाद पॉल व तृतीय सुचित्रा बोस (प्रयत्न) बीएनएस डीएवी, गिरिडीह को मिला। कैम्प फायर में प्रथम श्रमिष्ठा डांस ग्रुप, द्वितीय उड़ीसा की बच्ची व तृतीय हिया चटर्जी- धनबाद को पुरस्कृत किया गया। रंगयात्रा में प्रथम मुद्गल नाट्य केंद्र, मुंगेर, द्वितीय मणिपुर व तृतीय राजस्थान लोक कला मंच को मिला। शास्त्रीय नृत्य समूह में प्रथम उड़ीसा, द्वितीय गौरव सरकार (भरतनाट्यम) धनबाद व तृतीय श्रमिष्ठा डांस गु्रप, लोक नृत्य समूह में प्रथम राजस्थान लोक कला मंच, द्वितीय पी आई इंस्टीट्यूट (जमशेदपुर) व तृतीय नाट्य विद्यालय, गिरिडीह, लोकनृत्य एकल सीनियर में प्रथम नमिता दास (असम), द्वितीय बरनाली पॉल (निरसा), तृतीय चेतन सैनी (राजस्थान) व चतुर्थ शशि मिश्रा, लोकनृत्य जूनियर में प्रथम मणिपुर का बच्चा, द्वितीय वोकिल, तृतीय स्वास्तिका पंडा व चतुर्थ मंजू मरांडी को दिया गया। शास्त्रीय नृत्य सीनियर में प्रथम विंगसत्ती दत्ता, द्वितीय गौरव सरकार, तृतीय दीप्ति (श्रमिष्ठा डांस एकेडमी) व चतुर्थ बरनाली पॉल, शास्त्रीय नृत्य जूनियर में प्रथम श्रुति चंद्रा (धनबाद), इशटीना वंशला (उड़ीसा), तृतीय आस्था व चतुर्थ हिया चटर्जी (धनबाद) को दिया गया। प्रतियोगिता के अलावा कला संगम की पत्रिका ‘सर्जना’ के संपादन व प्रकाशन में महती भूमिका निभाने के लिए सुनील मंथन शर्मा को तथा पूरे कार्यक्रमों को सुचारू रूप संपन्न कराने में महती भूमिका निभाने के लिए सचिव सतीश कुंदन को भी सम्मानित किया गया। कला संगम की ओर से नृत्य पेश करने के लिए सताक्षी सिन्हा, अपूर्वा राजलक्ष्मी तथा नाट्य के प्रदीप गुप्ता व शुभ सिन्हा को सम्मानित किया गया। प्रदर्शनी नृत्य पेश करने वाले स्वस्तिका पंडा, विंगसत्ती दत्ता, राजस्थान लोक कला मंच, नमिता दास, मंजू मरांडी, गौरव सरकार, नंदनी व मणिपुर को सलूजा गोल्ड ने घड़ी, कला संगम ने गिफ्ट देकर सम्मानित किया। महोत्सव में तीन दिनों तक लगातार अपनी जिम्मेवारी बेहतर ढंग से निभाने के लिए कला संगम के सदस्य नीतीश आंनद, रवीश आनंद, शुभम कुमार, सुमन कुमार, विकास रंजन, सिद्वांत रंजन, आकाश रंजन, निशांत सुमन, मनोज मुन्ना, पारस वर्मा, सागर आदि को भी सम्मानित किया गया।
मौके पर पंडित मनोज केडिया, राजेश सिन्हा, कवीन्द्र भट्टाचार्या, लोकनाथ सहाय, हरिकिशोर प्रसाद, सुनील भूषण, मनोज मुन्ना, मदन मंजर्वे, रविश आनंद आदि के साथ सैकड़ों दर्शक मौजूद थे।

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