नाटक में प्रथम बूढ़ा बच्चा, द्वितीय मैं फिर आऊंगा व तृतीय सिक्यूरिटी

– कला संगम का तीन दिवसीय अखिल भारतीय नाटक, शास्त्रीय नृत्य व लोकनृत्य प्रतियोगिता का समापन
 
गिरिडीह: नाटक अभिव्यक्ति का माध्यम है तो नृत्य-संगीत जीवन। संगीत के बिना मनुष्य पशु समान है। उक्त बातें सलूजा गोल्ड के निदेशक अमरजीत सिंह सलूजा ने रविवार की देर रात मोती सिनेमा में कला संगम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय स्व. जगदीश कुशवाहा स्मृति अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, लोकनृत्य एवं शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता के समापन समारोह में बोल रहे थे। श्री सलूजा ने आश्वस्त करते हुए कहा कि कला संगम का यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है और हमारा सहयोग हमेशा मिलता रहेगा। संरक्षक अजय बगड़िया ने कहा कि दुनिया एक रंगमंच है। रंगमंच हमें जीवन की कला सिखाता है। उसके बाद प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। निर्णायक अशोक मानव ने निर्णय की प्रति सचिव सतीश कुंदन को समर्पित करते हुए कहा कि आज गिरिडीह में आधा देश के राज्यों के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन किया। सचिव श्री कुंदन ने पुरस्कारों की घोषणा की। नाटकों के निर्णायक श्री मानव के साथ मो निज़ाम व प्रदीप गुप्ता तथा नृत्य के निर्णायक देवघर के संजीव परिहस्त व राजस्थान के सुभाष पुष्कर थे.
इन्हें मिला पुरस्कार
नाटक में प्रथम बुढ़ा बच्चा (टाटा), द्वितीय मैं फिर आऊंगा (इंदौर, मध्य प्रदेश), तृतीय सिक्यूरिटी (कोलकाता) तथा चतुर्थ सुसाइट नोट (असम) को शिल्ड, प्रमाण पत्र एवं नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। नाटकों में निदेशक राघव (मध्य प्रदेश) को प्रथम, योगराज चौधरी (कोलकाता) को द्वितीय व शिवलाल सागर (टाटा) को तृतीय पुरस्कार दिया गया। बेस्ट लेखक पीयूष, प्रणव वर्मा, तिरथंकर चंद्रा, अभिनेता में प्रथम शिवलाल सागर, द्वितीय योगराज चौधरी व तृतीय राघव, अभिनेत्री में प्रथम सायना, द्वितीय ओलपिका व तृतीय मयूरीनंदा, मंच सज्जा में प्रथम आईना-गिरिडीह, द्वितीय झारखंड संस्कृति मंच को दिया गया। सह अभिनेत्री में प्रथम रूपा चटर्जी, द्वितीय अनामिका डेका, तृतीय अनु कुमारी को दिया गया। शास्त्रीय नृत्य समूह में धनबाद के गौरव चटर्जी को प्रथम, द्वितीय कोयलांचल व तृतीय श्रमिष्ठा डांस एकेडमी, लोकनृत्य समूह में मणिपुर को प्रथम, राजस्थान को द्वितीय व असम को तृतीय, एकल नृत्य में निरसा की बरनाली पाल प्रथम, द्वितीय गौरव सरकार व तृतीय राजस्थान के चेतन सैनी, जूनियर लोकनृत्य एकल में कोलकाता की श्रेया मल्लिक को प्रथम, द्वितीय निरसा की श्रीजा अधिकारी, तृतीय राजस्थान के आपने, एकल शास्त्रीय नृत्य सीनियर में प्रथम विनसती दत्ता, द्वितीय बरनाली पाल तथा तृतीय गौरव सरकार, शास्त्रीय नृत्य जूनियर एकल में प्रथम श्रीजा अधिकारी, द्वितीय उड़ीसा की अनन्या दास व तृतीय धनबाद की हिया चटर्जी को दिया गया। नृत्य में सांत्वना पुरस्कार विशाखा, कोमल, आस्था, स्वेता, श्रुति चंद्रा, स्मारिका मिश्रा को दिया गया। रंगयात्रा में प्रथम मणिपुर, द्वितीय असम व तृतीय राजस्थान की टीम तथा कैम्प फायर में राजस्थान के तरूण-आर्यन, कोलकाता की श्रेया व धनबाद की विनसती दत्ता को पुरस्कृत किया गया। कला संगम की ओर से नेहा मिश्रा, अपूर्वा राजलक्ष्मी, नंदनी मंथन शर्मा, असलेसा सरकार राणा ने प्रदर्शनी नृत्य पेश किया। तीन दिवसीय इस समारोह के समापन पर सचिव श्री कुंदन ने मीडिया, सलूजा गोल्ड, ईश्वर स्मृति सदन, जालान धर्मशाला एवं बरनवाल सेवा सदन के प्रति अपना आभार प्रदर्शन किया। धन्यवाद ज्ञापन राजकुमार सिंह ने किया।

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