– संजीव परिहस्त ने कत्थक नृत्य का लिया डेमो क्लास
गिरिडीह: कला संगम के तत्वावधान में अधिवक्ता संघ भवन गिरिडीह में चली दो दिवसीय स्व. नंदकिशोर प्रसाद स्मृति सारेगामा गीत प्रतियोगिता-9 का रविवार की देर रात फाइनल संपन्न हुआ। फाइनल में सीनियर गु्रप में 12 और जूनियर ग्रुप में 10 प्रतिभागियों का चयन हुआ था। सीनियर ग्रुप में प्रथम सोनी देवी, द्वितीय रिंकू साव, तृतीय विद्यारानी पांडेय तथा विवेक कुमार व संजय कुमार मिश्रा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। जूनियर में देवघर के साजन शर्मा को प्रथम, शिवांश मिश्रा को द्वितीय, कुमारी सृष्टि को तृतीय तथा अखिलेश प्रभाकर व राजेश्वरी सिन्हा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार कला संगम के संरक्षक अरविंद कुमार, अजय सिन्हा मंटू, उपाध्यक्ष अंजनी सिन्हा, सचिव सतीश कुंदन, प्रतियोगिता के निर्णायक राजीव रंजन, रामकुमार सिन्हा, ऑरित चंद्रा व सरवर अली खान, तबला वादक केशव प्रसाद सिंह, कांग्रेस नेता नरेंद्र सिन्हा छोटन व संतोष राय के हाथों प्रदान किया गया। संरक्षक अरविंद कुमार की ओर से सभी प्रतिभागियों और निर्णायकों को गिफ्ट हैम्पर प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के म्यूजिशियन नाल पर शिबू, ऑर्गन पर हृदय सिन्हा, पैड पर राजू थे। मंच संचालन सतीश कुंदन एवं विवेक सहाय ने किया। मौके पर निर्णायक राजीव रंजन ने चिट्ठी आई है… आई है, सरवर अली खान ने ये मेरी जोहरा जबी, सेवानिवृत्त हेड पोस्टमास्टर नवीन सिन्हा ने चांद सी मेहबूबा हो मेरी और मंच संचालन कर रहे विवेक सहाय ने पग घंुघरू बांध मीरा नाची थी, गाकर श्रोताओं को झूमा दिया। इसके पहले सुबह 11 बजे पंडित बिरजू महाराज के शिष्य देवघर के संजीव परिहस्त ने कत्थक नृत्य का डेमो क्लास दिया। इस क्लास में 20 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। फाइनल प्रतियोगिता के अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार सिंह, सह सचिव शिवेंद्र सिन्हा, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, कार्यालय प्रभारी मनोज मुन्ना, कविंद्र भट्टाचार्या, नीतिश आनंद, रवीश आनंद, शुभम, विकास रंजन, बिपीन कुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।