— नाटक ‘खामोश अदालत जारी है’ का दमदार मंचन
— कला संगम की स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति 20वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य प्रतियोगिता का तीसरा दिन
गिरिडीह : कला संगम के तत्वावधान में मोती सिनेमा हॉल में आयोजित तीन दिवसीय स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति 20वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य प्रतियोगिता के अंतिम दिन सोमवार को जहां झूमर ने झुमाया वहीं दुर्गा स्तुति ने दर्शकों के बीच जोश भर दिया। मौके पर कला संगम के कार्यकारी अध्यक्ष रहे स्व. राजकुमार सिंह की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी एवं उनकी पत्नी रूमा सिंह को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। नाट्य जगत में उल्लेखनीय योगदान के लिए अजय मलकानी को नाट्य रत्न से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा ने कहा कि कला संगम का यह प्रोग्राम पहली बार देख रही हूं और अचंभित हूं कि यहां देश स्तर का बहुत बड़ा आयोजन होता है। झारखंड के प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक अजय मलकानी ने कहा कि मैं कला संगम से 32 वर्षों से जुड़ा हूं। लगातार यह आयोजन होना काबिलेतारीफ़ है।
फिर कला संगम के सचिव सतीश कुंदन को मणिपुर की संस्था व मुदगलपुरी नाट्य केंद्र भागलपुर ने शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इसके बाद कला संगम की जूनियर छात्राएं नंदनी मंथन शर्मा, संस्कृति व आरुषि ने मोइना छलक-छलक पर मनमोहक नृत्य पेश किया। नाटक हैशटैग… स्क्वायर, खामोश अदालत जारी है ने भी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मौके पर कला संगम के संरक्षक सतविंदर सिंह सलूजा, उपाध्यक्ष अंजनी सिन्हा, राजीव सिन्हा, निर्णायक मो. निज़ाम, अशोक मानव, शिवलाल सागर, सरसी चंद्र, कोषाध्यक्ष बिनय बक्शी, संगठन सचिव शिवेंद्र सिन्हा, नाट्य प्रमुख नीतीश आनंद, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, रविश आनंद, अजय शिवानी, शुभम, विकास रंजन, आकाश रंजन, अमर, क्रांति शाहा, संजू सहित सैकड़ों दर्शक मौजूद थे।