नाटक ‘टैक्स फ्री’ के निर्देशक सतीश कुंदन प्रथम, सह अभिनेता नीतीश आनंद प्रथम, हास्य कलाकार विकास रंजन प्रथम, संगीत में आकाश रंजन द्वितीय, लाईट में दिव्या सहाय द्वितीय, अभिनेता रवीश आनंद द्वितीय व शुभम को सपोर्टिंग एक्टर का सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
गिरिडीह : कला संगम गिरिडीह की टीम ने धनबाद में काला हीरा की ओर से 15 से 17 जुलाई तक आयोजित अखिल भारतीय नाटक व नृत्य प्रतियोगिता में नाटक ‘टैक्स फ्री’ का मंचन कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके साथ-साथ कला संगम ने सात अवार्ड जीते। प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, उत्तर-प्रदेश, उड़ीसा, दिल्ली की कई नाट्य संस्थाओं ने भाग लिया। नाटक ‘टैक्स फ्री’ के निर्देशक सतीश कुंदन प्रथम, सह अभिनेता नीतीश आनंद प्रथम, हास्य कलाकार विकास रंजन प्रथम, संगीत में आकाश रंजन द्वितीय, लाईट में दिव्या सहाय द्वितीय, अभिनेता रवीश आनंद द्वितीय व शुभम को सपोर्टिंग एक्टर का सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
नाटक ‘विक्रमादित्य’ वाराणसी उत्तर प्रदेश द्वितीय, ‘एक और द्रोणाचार्य’ धनबाद तृतीय स्थान पर रहे। मनोरंजक ड्रामा सुनील राज मध्यप्रदेश का नाटक ‘मैं भी मां बन गया’ दर्शकों ने खूब सराहा।
निर्देशक सतीश कुंदन ने बताया कि नाटक ‘टैक्स फ्री’ एक मराठी नाटक है, जिसका हिन्दी अनुवाद विदुला गोरे ने किया है। नाटक में संदेश दिया गया है कि विषम से विषम परिस्थितियों में भी निराश नहीं होना चाहिए।
समारोह के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध रंगकर्मी अजय मलकानी व महेश मोदी थे। निर्णायक उड़ीसा के महापात्रा, राजस्थान के अशोक शर्मा, बिहार के अशोक मानव थे। सहयोग झारखंड के कमलेश पाठक व वशिष्ठ प्रसाद सिन्हा ने किया।
कला संगम की सफलता पर संरक्षक व पदाधिकारियों ने बधाई दी है। बधाई देने वालों में संरक्षक राजेंद्र बगेड़िया, सतविंदर सिंह सलूजा, अध्यक्ष प्रकाश सहाय, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ परिमल सिन्हा, उपाध्यक्ष अंजनी कुमार सिन्हा, कार्यालय प्रभारी मनोज कुमार मुन्ना, संगीत प्रभारी अरित चन्द्र, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, क्रांति साहा, संजय सिन्हा बिनोद शर्मा, नयनदीप सिन्हा, ऋषि सलूजा सहित गिरिडीह के दर्जनों नाट्य प्रेमी शामिल हैं।