— कला संगम की स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति 20वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य प्रतियोगिता शुरू
गिरिडीह : कला संगम के तत्वावधान में 1 से 3 फरवरी तक मोती सिनेमा हॉल में आयोजित स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति 20वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य प्रतियोगिता का शनिवार को दीप प्रज्जवित कर उद्घाटन किया गया। दीप प्रज्जवित मुख्य अतिथि सलूजा गोल्ड के निदेशक अमरजीत सिंह सलूजा, विशिष्ट अतिथि कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, अंतराष्ट्रीय सरोद वादक पंडित मनोज केडिया, संरक्षक अजय सिन्हा मंटू, उपाध्यक्ष अंजनी सिन्हा, राजीव सिन्हा, सह सचिव मदन मंजर्वे, संगठन सचिव शिवेंद्र सिन्हा, कोषाध्यक्ष बिनय बक्शी, निर्णायक अशोक मानव, मो. निज़ाम, शिवलाल सागर, केशव प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर श्री सलूजा ने कहा कि कला संगम के अथक प्रयास से गिरिडीह में महती महोत्सव हो रहा है, जो गिरिडीह के लिए गर्व की बात है। उसके बाद कला संगम की छात्राएं अपूर्वा राजलक्ष्मी, अंजलि, कीर्ति राज व भूमि ने स्वागत नृत्य पेश किया। सताक्षी सिन्हा ने कत्थक नृत्य पेश कर खूब वाहवाही लूटी। इसके पहले बीएनएस डीएवी के छात्र-छात्राओं ने संगीत प्रमुख ऑरित चन्द्र के नेतृत्व में कई स्वागत गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। फिर कत्थक, ओडिसी, आदिवासी व शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किए गए। नाटक अजब मदारी, गजब तमाशा (आजमगढ़), बूनो (कोलकाता), सदगति (धनबाद) का मंचन हुआ। लोक कलाकार स्व. मुनमुन सिन्हा की धर्मपत्नी को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। शनिवार को रंगयात्रा निकाली जाएगी। शाम को संगीत साधक स्व. दिगम्बर प्रसाद स्मृति सम्मान देश के चुने हुए कलाकारों को कलाश्री, नाट्य श्री की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया जाएगा। मौके पर कार्यालय प्रभारी मनोज कुमार मुन्ना, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, बिनोद शर्मा, नाट्य प्रमुख नीतीश आनंद, रविश आनंद, कुलदीप, सोनू शर्मा, उत्तम दा, कवींद्र भट्टाचार्य सहित सैकड़ों दर्शक उपस्थित थे।